निदेशालय द्वारा अंग्रेजी माध्यम स्कूलों (MGGS) में अधिशेष हुए शिक्षकों को हिंदी माध्यम में पदस्थापित करने की तैयारी
हाल ही में परीक्षा के माध्यम से महात्मा गाँधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों (MGGS) में पदस्थापित हुए शिक्षकों के कारण पहले से कार्यरत कई शिक्षक अधिशेष हो गये उनको अब हिंदी माध्यम विद्यालयों में पदस्थापित करने के लिए निदेशालय द्वारा उनकी सूचना मांगी गई है |
राज्य के 3737 अंग्रेजी माध्यम स्कूलों (MGGS) में तीन जुलाई तक चयनित शिक्षकों का पदस्थापन किया गया था। यह संख्या 11 हजार 576 थी। इसमें से करीब एक हजार शिक्षकों ने अंग्रेजी माध्यम में ज्वाइनिंग नहीं दी है।
प्रदेश में अनेक ऐसे अंग्रेजी माध्यम विद्यालय (MGGS) है जिनमे एक-एक विषय के एक से अधिक शिक्षक कार्यरत हो गए। साथ ही चयनित शिक्षकों के चले जाने से हिंदी माध्यम स्कूल खाली हो गए हैं। ऐसे में शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश भेजकर अधिशेष शिक्षकों की सूचना मांगी है। सभी जगह से सूचनाएं एकत्रित होने के बाद इन शिक्षकों को हिंदी माध्यम स्कूलों में पदस्थापित किया जाएगा।
आदेश में प्रधानाचार्य, विभिन्न विषयों के व्याख्याता, वरिष्ठ शिक्षक, अध्यापक लेवल प्रथम एवं द्वितीय शिक्षकों की संख्या सहित रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट में कार्मिक का नाम, मूल पद, मूल विषय, एम्पलोइ आइडी, विद्यालय का एनआइसी कोड एवं विद्यालय का नाम भेजना होगा। आदेश में कहा गया है कि उन्हीं अधिशेष हुए कार्मिकों की सूचना भेजनी होगी जो अंग्रेजी के चयनित शिक्षकों के पदस्थापन आदेश से पदस्थापित किए गए कार्मिकों के कार्यग्रहण करने से अधिशेष हुए है।
कंप्यूटर अनुदेशक, लाइब्रेरियन व विशेष शिक्षकों के पदस्थापन के लिए अभी कोई निर्देश जारी नहीं :
नॉन टीचिंग स्टाफ द्वारा लगातार उठ रही मांग के बावजूद सेकंड फेज में अभी वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों के लिए ही जिले व विद्यालय के विकल्प का चुनाव करने के आदेश जारी हुए है जबकि कंप्यूटर अनुदेशक, लाइब्रेरियन व विशेष शिक्षकों से अभी कोई विकल्प नहीं मांगे गए है जबकि फर्स्ट फेज में प्रिंसिपल से लेकर तृतीय श्रेणी के अध्यापकों तक के पदस्थापन आदेश जारी हो चुके है |