
राज्य सरकार द्वारा पिछले 2 दिन में बड़े पैमाने पर प्रधानाचार्य (Principal Transfer) व समकक्ष अधिकारीयों तबादले किये गये है | अधिकांश अधिकारीयों को BEO के पद पर पदस्थापित किया गया है |
राज्य में ब्लॉक लेवल से स्टेट लेवल के अधिकारीयों के तबादले किये गये है | अब तक सरकार द्वारा कुल 612 अधिकारीयों के तबादले किये जा चुके है |
पहली सूची में 509 प्रधानाचार्यों का स्थानांतरण किया गया जबकि दूसरी सूची में 35 व तीसरी सूची में 68 शिक्षा अधिकारीयों के तबादले किये गये |
तबादला सूची में प्रदेश के सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को विभिन्न जिलों में स्थानांतरित किया गया है। शिक्षा विभाग के इस फैसले से शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस फेरबदल से स्कूलों में रिक्त पदों को भरने और शिक्षण व्यवस्था को सुचारू करने में मदद मिलने की उम्मीद है।
ज्ञात रहे कि शिक्षा विभाग में जून 2023 के पश्चात् तबादले नहीं हुए थे इनमे से कई अधिकारी ऐसे भी है जो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में लगे हुए थे |
मिली जनकारी के अनुसार शिक्षा विभाग की और से तबादलों से रोक हटाने व लगभग 10000 टीचर्स के ट्रान्सफर का प्रस्ताव बनाकर भेजा था जबकि सरकार ने इसे ना मानते हुए पूरा प्रशासनिक फेरबदल कर दिया |
दूसरी सूची में अधिकांश वे अधिकारी है जिनको अलग-अलग कारणों से APO किया गया था इसके साथ पहली सूची में स्थान्तरित 4 प्रधानाचार्यों के तबादलों को संसोधित किया गया है इनको |
विभाग द्वारा सरकार को रोक हटाने का प्रस्ताव भेजा गया था:
इससे पहले विभाग ने ट्रांसफर से रोक हटाने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन इसकी परमिशन नहीं मिली थी। इसके बाद विभाग ने प्रशासनिक आधार पर ट्रांसफर की मांग की थी। इस पर सरकार ने हां कर दी थी, लेकिन विभाग की ओर से 10 हजार टीचर्स की लिस्ट भेज दी थी। सरकार ने इतने बड़े स्तर पर ट्रांसफर के लिए मना कर दिया।
आखिर में विभाग ने प्रस्ताव भेजा कि जून 2023 के बाद लिस्ट जारी नहीं हुई थी। ऐसे में कई अधिकारी अपने गृह जिले में लगे हुए हैं। इसके बाद सरकार ने प्रशासनिक आधार पर केवल एडमिनिस्ट्रेशन लेवल पर इसकी स्वीकृति जारी की और ट्रांसफर हुए। इस लिस्ट में दो सौ से ज्यादा ब्लॉक और जिलों के अधिकारी बदल दिए गए हैं।
इनमें शिक्षा विभाग ने पंचायत स्तर पर काम करने वाले ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, जिला स्तर पर काम करने वाले अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, संभाग स्तर पर काम करने वाले संयुक्त निदेशक कार्यालय के सहायक निदेशक और प्रदेश स्तर पर शिक्षा विभाग को संचालित करने वाले शिक्षा निदेशालय के सहायक निदेशकों को बदल दिया है। अब शिक्षा विभाग के अधिकांश अधिकारी वो होंगे, जिन्हें भाजपा सरकार में लगाया गया है।
शिक्षा विभाग में 10000 कार्यरत प्रिंसिपल स्कूल से स्कूल ट्रांसफर का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा लेक्चरर, ग्रेड सेकेंड और ग्रेड थर्ड के टीचर भी ट्रांसफर का इंतजार कर रहे हैं।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 80000 शिक्षकों के ट्रांसफर हुए थे लेकिन ग्रेड थर्ड टीचर्स के ट्रांसफर नहीं हुए थे।
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